PM KUSUM SOLAR YOJANA

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प्रधानमंत्री कुसुम सोलर योजना संक्षिप्त परिचयः पीएम-कुसुम योजना 2019 में 3 घटक Component-A, Component-B और Component-C के साथ शुरू की गई थी इस योजना का उद्देश्य भारत में किसानों के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करना है, साथ ही वर्ष– 2030 तक विद्‍युत उर्जा के लिए कोयला एवं अन्य जिवाश्म ईंधन के प्रति निर्भरता 40 % तक कम करने की भारत की प्रतिबद्धता है।

Component-A: बंजर भूमि पर 10,000 मेगावाट के विकेंद्रीकृत ग्रिड से जुड़े नवीकरणीय ऊर्जा बिजली संयंत्रों की स्थापना के लिए। इस घटक के तहत, 500 किलोवाट से 2 मेगावाट क्षमता के नवीकरणीय ऊर्जा आधारित बिजली संयंत्र लगाये जाने हैं ,जो व्यक्तिगत किसानों या किसानों के समूह/सहकारी समितियों/पंचायतों/किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ)/जल उपयोगकर्ता संघों (डब्ल्यूयूए) द्वारा बंजर या परती भूमि पर स्थापित किए जाएंगे।

Component-B:

यह घटक उन सभी किसान भाईयों के लिए है जो अपने खेतों में सोलर पम्प की स्थापना करवाना चाहते हैं ।

यदि आप उत्तर प्रदेश से हैं तो आपके यहां सोलर पम्प लगवाने हेतु निम्न प्रकिया को अपनाकर सोलर पम्प लगवाया जा सकता है। निम्नांकित चित्र में उत्तर प्रदेश राज्य में सोलर पम्प लगवाने की प्रक्रिया को दर्शाया गया है।

टोकन बुकिेंग करने हेतु सर्वप्रथम किसान भाई के पास किसान पंजीकरण संख्या होना अति आवश्यक है। किसान पंजीकरण हेतु upagriculture.com की वेबसाईट पर जाकर पंजीकरण किया जा सकता है।

उपरोक्त चित्र में यह बताया गया है कि सोलर पंप लगवाने हेतु आपको टोकन बुकिंग करते समय टोकन मनी 5000 रूपये का भुगतान करने के बाद ही आपका टोकन बुक होगा। इसके पश्चात टोकन कंफर्म होता है ‚ टोकन कंफर्म होने के एक सप्ताह के अंदर उपरोक्त चित्र के अनुसार आप जितने हार्स पावर का सोलर पम्प या सरफेस पंप की बुकिंग किये हैं‚ उसके शेष कृषक अंश का भुगतान करना होता है। भुगतान की प्रक्रिया के बाद विभाग द्वारा फिजीकल वेरिफिकेशन किया जाता है तथा इस बात की पुष्टि की जाती है कि आपके यहां जो बोरिंग करायी गयी है वह मानक के अनुरूप है या नहीं एवं आपके यहां पानी का लेबल कितनी गहराई पर है। इसके बाद रिपोर्ट सरकारी को चली जाती है। इतनी प्रक्रिया होने के बाद ही वेंडर कंपनी द्वारा सोलर पंप संयंत्र लगाने की कार्यवाी शुरू किया जाता है।

जो किसान भाई उत्तर प्रदेश राज्य से संबंध नहीं रखते हैं अर्थात भारत के किसी अन्य राज्य के निवासी हैं एवं वहीं पर उनकी कृषि योग्य भूमि है और अपने राज्य में ही सोलर पंप स्थापित करवाना चाहते हैं तो आप से निवेदन है कि कमेंट में अपने राज्य का नाम बतायें हम अपने अगले पोस्ट के माध्यम से आपके यहां के सोलर पंप लगवाने की सम्पूर्ण प्रक्रिया पर पूरी जानकारी देने का पूरा प्रयास करेंग।

Component-C: इस घटक के तहत आन ग्रिड सोलर की स्थापना किया जाता है। इसके द्वारा जो किसान भाई पूर्व से ही अपने पंपसेट या समर्सेबल को चलाने हेतु विद्‍युत उर्जा का उपयोग कर रहे हैं उन सभी किसान भाईयों के यहां सरकार द्वारा छूट पर आनग्रिड सोलर लगाया जा रहा है। ग्रिड से जुड़े हुए 10 लाख कृषि पंपों के सौर्यीकरण के लिए। इस घटक के तहत, व्यक्तिगत किसानों को सौर ऊर्जा पंपों के लिए समर्थन दिया जाएगा। किसान सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने केउद्देश्य से उत्पादित सौर ऊर्जा का उपयोग करने में सक्षम होंगे और अतिरिक्त सौर ऊर्जा पूर्व में -निर्धारित टैरिफ पर डिस्कॉम को बेची जाएगी।

कृपया उपरोक्त आर्टिकल के संबंध में अपने सुझाव अवश्य दें जिससे की हम अपने लेख को आपके लिए और अधिक उपयोगी बना सकें

:: धन्यवाद ::

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